हस्तकला या शिल्पकला
कला और शिल्प शिक्षा पर रिपोर्ट
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय दीपाटोली पाठ्यक्रम के एक अभिन्न अंग के रूप में कला और शिल्प शिक्षा पर जोर देता है। कला और शिल्प की गतिविधियाँ छात्रों के बीच रचनात्मकता, सांस्कृतिक जागरूकता, और पारंपरिक कला और शिल्प के प्रति सराहना को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
कला और शिल्प शिक्षा के उद्देश्य
- बच्चों में छोटे मोटर कौशल और हाथ-आंख समन्वय विकसित करना
- धैर्य, एकाग्रता, और फोकस को बढ़ावा देना
- आत्म-अभिव्यक्ति और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना
- सांस्कृतिक जागरूकता और पारंपरिक कला और शिल्प के प्रति सराहना को बढ़ावा देना
- छात्रों को अपनी रुचियों और प्रतिभाओं का पता लगाने के लिए एक रचनात्मक आउटलेट प्रदान करना
कला और शिल्प गतिविधियाँ
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय दीपाटोली में छात्र विभिन्न कला और शिल्प कौशल सीखते हैं, जैसे कि:
- लकड़ी की शिल्प
- सिलाई
- चित्रण
- नृत्य
- चित्रकला
- मिट्टी के बर्तन
- बुनाई
- ओरिगामी
ये गतिविधियाँ नियमित कक्षाओं, कार्यशालाओं, और स्कूल द्वारा आयोजित विशेष आयोजनों के माध्यम से की जाती हैं।
सुविधाएँ और संसाधन
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय दीपाटोली को समर्पित कला और शिल्प कक्षों से सुसज्जित किया गया है, जिसमें आवश्यक सामग्री और उपकरण मौजूद हैं। विद्यालय छात्रों की प्रतिभाओं और रचनात्मकता को प्रदर्शित करने के लिए कला प्रदर्शनियों का आयोजन भी करते हैं।